सोमवार, 4 नवंबर 2024

करें भगत हो आरती || दुर्गा माता की आरती || Durga Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi and English

करें भगत हो आरती || दुर्गा माता की आरती || Durga Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi and English

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करें भगत हो आरती 
माई दोई बेरियां ॥
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सोने के लोटा गंगा जल पानी 
माई दोई बेरियां
अतर चढें दो दो सिसियां 
माई दोई बेरियां
करें भगत जन आरती 
माई दोई बेरियां
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लाए नंदन वन से फुलवा  
माई दोई बेरियां
हार बनाये चुन चुन कलियां 
माई दोई बेरियां
करें भगत जन आरती 
माई दोई बेरियां
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पान सुपारी ध्वजा नारियल 
माई दोई बेरियां
धूप कपूर चढ़े चुड़ियाँ 
माई दोई बेरियां
करें भगत जन आरती 
माई दोई बेरियां
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लाल वरण सिंगार करे 
माई दोई बेरियां
मेवा खीर सजी थरियां 
माई दोई बेरियां
करें भगत जन आरती 
माई दोई बेरियां
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गुप्तेश्वर की पीर हरो 
माई दोई बेरियां
काटो बिपत की भई जरियां 
माई दोई बेरियां
करें भगत जन आरती 
माई दोई बेरियां
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करें भगत हो आरती || दुर्गा माता की आरती || Durga Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi and English

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Karean bhagat ho āratī 
Māī doī beriyāan ॥
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Sone ke loṭā gangā jal pānī 
Māī doī beriyāan
Atar chaḍhean do do sisiyāan 
Māī doī beriyāan
Karean bhagat jan āratī 
Māī doī beriyāan
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Lāe nandan van se fulavā  
Māī doī beriyāan
Hār banāye chun chun kaliyāan 
Māī doī beriyāan
Karean bhagat jan āratī 
Māī doī beriyāan
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Pān supārī dhvajā nāriyal 
Māī doī beriyāan
Dhūp kapūr chaḍha़e chuḍaiyā 
Māī doī beriyāan
Karean bhagat jan āratī 
Māī doī beriyāan
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Lāl varaṇ siangār kare 
Māī doī beriyāan
Mevā khīr sajī thariyāan 
Māī doī beriyāan
Karean bhagat jan āratī 
Māī doī beriyāan
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Gupteshvar kī pīr haro 
Māī doī beriyāan
Kāṭo bipat kī bhaī jariyāan 
Māī doī beriyāan
Karean bhagat jan āratī 
Māī doī beriyāan
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शनिवार, 2 नवंबर 2024

सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी || देवी आरती लिरिक्स || Devi Aarti Lyrics in Hindi & English

सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी || देवी आरती लिरिक्स || Devi Aarti Lyrics in Hindi & English 

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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी  
कोई तेरा पार ना पाया माँ 
पान सुपारी ध्वजा नारियल 
ले तेरी भेंट चढ़ायो माँ 
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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी 
कोई तेरा पार ना पाया माँ 
सुवा चोली तेरी अंग विराजे 
केसर तिलक लगाया 
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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी 
कोई तेरा पार ना पाया माँ 
नंगे पग मां अकबर आया 
सोने का छत्र चढाया  
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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी 
कोई तेरा पार ना पाया माँ 
ऊंचे पर्वत बन्‍यो देवालय 
नीचे शहर बसाया 
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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी 
कोई तेरा पार ना पाया माँ 
सत्युग द्वापर त्रेता मध्ये 
कालियुग राज सवाया 
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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी 
कोई तेरा पार ना पाया माँ
धूप दीप नैवैद्य आरती 
मोहन भोग लगाया 
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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी 
कोई तेरा पार ना पाया माँ 
ध्यानू भगत मैया तेरे गुन गाया 
मनवांछित फल पाया 
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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी 
कोई तेरा पार ना पाया माँ 
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सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी || देवी आरती लिरिक्स || Devi Aarti Lyrics in Hindi & English

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Sun merī devī parvatavāsinī  
Koī terā pār nā pāyā mā 
Pān supārī dhvajā nāriyal 
Le terī bheanṭa chaḍhaāyo mā 
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Sun merī devī parvatavāsinī 
Koī terā pār nā pāyā mā 
Suvā cholī terī aanga virāje 
Kesar tilak lagāyā 
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Sun merī devī parvatavāsinī 
Koī terā pār nā pāyā mā 
Nange pag māan akabar āyā 
Sone kā chhatra chaḍhāyā  
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Sun merī devī parvatavāsinī 
Koī terā pār nā pāyā mā 
Ūanche parvat banyo devālaya 
Nīche shahar basāyā 
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Sun merī devī parvatavāsinī 
Koī terā pār nā pāyā mā 
Satyug dvāpar tretā madhye 
Kāliyug rāj savāyā 
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Sun merī devī parvatavāsinī 
Koī terā pār nā pāyā mā
Dhūp dīp naivaidya āratī 
Mohan bhog lagāyā 
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Sun merī devī parvatavāsinī 
Koī terā pār nā pāyā mā 
Dhyānū bhagat maiyā tere gun gāyā 
Manavāanchhit fal pāyā 
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Sun merī devī parvatavāsinī 
Koī terā pār nā pāyā mā 
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शुक्रवार, 1 नवंबर 2024

ॐ जै यक्ष कुबेर हरे || कुबेर जी की आरती || Shri Kuber Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

ॐ जै यक्ष कुबेर हरे || कुबेर जी की आरती || Shri Kuber Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

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कौन हैं धन के देवता श्री कुबेर जी
श्री कुबेर जी भारतीय पौराणिक कथाओं में धन और समृद्धि के देवता माने जाते हैं। उन्हें धन के रक्षक और संपत्ति के स्वामी के रूप में पूजा जाता है। वे दवों का ग्रह (ग्रह) भी माने जाते हैं और उनकी पूजा से आर्थिक समस्याओं का समाधान हो सकता है। कुबेर जी को अक्सर हिमालय के राजा और रिद्धि-सिद्धि के देवता के रूप में चित्रित किया जाता है। वे यक्षों के राजा भी हैं। वे उत्तर दिशा के दिक्पाल हैं और लोकपाल (संसार के रक्षक) भी हैं। इनके पिता महर्षि विश्रवा थे और माता देववर्णिणी थीं।
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कुबेर देव की पूजा करने के लाभ
1. धन की प्राप्ति: कुबेर जी की पूजा करने से धन और समृद्धि के मार्ग खुलते हैं।
2. व्यापार में सफलता: व्यापारी वर्ग के लिए उनकी पूजा विशेष रूप से लाभकारी होती है।
3. ऋण से मुक्ति: कुबेर जी की कृपा से ऋण से छुटकारा पाया जा सकता है।
4. धन का संरक्षण: पूजा करने से धन का संरक्षण और वृद्धि होती है।
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कुबेर किसका अवतार हैं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धन के देवता कुबेर ऋषि विश्रवा के पुत्र और लंकापति रावण के सौतेले भाई हैं। विश्रवा का पुत्र होने के नाते कुबेर को वैश्रवण भी कहा जाता है। मान्यता हैं कि घर की उत्तर दिशा में कुबेर देव का वास होता है और ये भगवान शिव के परम भक्त और नौ निधियों के देवता माने जाते हैं।
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ॐ जै यक्ष कुबेर हरे 
स्वामी जै यक्ष कुबेर हरे
शरण पड़े भगतों के 
भण्डार कुबेर भरे 
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे
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शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े 
स्वामी भक्त कुबेर बड़े 
दैत्य दानव मानव से 
कई-कई युद्ध लड़े 
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे
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स्वर्ण सिंहासन बैठे 
सिर पर छत्र फिरे 
स्वामी सिर पर छत्र फिरे 
योगिनी मंगल गावैं 
सब जय जयकार करैं 
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे
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गदा त्रिशूल हाथ में 
शस्त्र बहुत धरे 
स्वामी शस्त्र बहुत धरे
दुख भय संकट मोचन 
धनुष टंकार करें 
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे
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भांति भांति के व्यंजन बहुत बने 
स्वामी व्यंजन बहुत बने 
मोहन भोग लगावैं 
साथ में उड़द चने 
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे
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बल बुद्धि विद्या दाता 
हम तेरी शरण पड़े 
स्वामी हम तेरी शरण पड़े 
अपने भक्त जनों के 
सारे काम संवारे 
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे
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मुकुट मणी की शोभा 
मोतियन हार गले 
स्वामी मोतियन हार गले 
अगर कपूर की बाती 
घी की जोत जले 
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे
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यक्ष कुबेर जी की आरती 
जो कोई नर गावे 
स्वामी जो कोई नर गावे 
कहत प्रेमपाल स्वामी 
मनवांछित फल पावे 
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे
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ॐ जै यक्ष कुबेर हरे || कुबेर जी की आरती || Shri Kuber Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

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Aum jai yakṣha kuber hare 
Svāmī jai yakṣha kuber hare
Sharaṇ paḍe bhagatoan ke 
Bhaṇḍār kuber bhare 
Aum jai yakṣha kuber hare
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Shiv bhaktoan mean bhakta kuber baḍae 
Svāmī bhakta kuber baḍae 
Daitya dānav mānav se 
Kaī-kaī yuddha laḍae 
Aum jai yakṣha kuber hare
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Svarṇa sianhāsan baiṭhe 
Sir par chhatra fire 
Svāmī sir par chhatra fire 
Yoginī mangal gāvaian 
Sab jaya jayakār karaian 
Aum jai yakṣha kuber hare
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Gadā trishūl hāth mean 
Shastra bahut dhare 
Svāmī shastra bahut dhare
Dukh bhaya sankaṭ mochan 
Dhanuṣh ṭankār karean 
Aum jai yakṣha kuber hare
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Bhāanti bhāanti ke vyanjan bahut bane 
Svāmī vyanjan bahut bane 
Mohan bhog lagāvaian 
Sāth mean uḍad chane 
Aum jai yakṣha kuber hare
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Bal buddhi vidyā dātā 
Ham terī sharaṇ paḍae 
Svāmī ham terī sharaṇ paḍae 
Apane bhakta janoan ke 
Sāre kām sanvāre 
Aum jai yakṣha kuber hare
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Mukuṭ maṇī kī shobhā 
Motiyan hār gale 
Svāmī motiyan hār gale 
Agar kapūr kī bātī 
Ghī kī jot jale 
Aum jai yakṣha kuber hare
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Yakṣha kuber jī kī āratī 
Jo koī nar gāve 
Svāmī jo koī nar gāve 
Kahat premapāl swāmī 
Manavāanchhit fal pāve 
Aum jai yakṣha kuber hare
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गुरुवार, 31 अक्तूबर 2024

सुख कर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची || सिद्धिविनायक जी की आरती || Shri Siddhivinayak Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

सुख कर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची || सिद्धिविनायक जी की आरती || Shri Siddhivinayak Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

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वक्रतुण्ड महाकाय 
सूर्यकोटि समप्रभ 
निर्विघ्नम् कुरु मे देव 
सर्व कार्येषु सर्वदा
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ॐ गं गणपतये नमो नम: 
श्री सिध्धी-विनायक नमो नम: 
अष्ट-विनायक नमो नम: 
गणपती बाप्पा मौर्य 
मंगल मूर्ति मौर्य 
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सुख कर्ता दुखहर्ता 
वार्ता विघ्नाची 
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची 
सर्वांगी सुन्दर 
उटी-शेंदु राची 
कंठी-झलके माल 
मुकता फळांची 
जय देव जय देव 
जय देव जय देव 
जय मंगल मूर्ति 
दर्शन मात्रे मनःकामना पूर्ति 
जय देव जय देव 
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रत्न खचित फरा 
तुझ गौरी कुमरा 
चंदनाची उटी 
कुमकुम केशरा 
हीरे जडित मुकुट 
शोभतो बरा 
रुन्झुनती नूपुरे 
चरनी घागरिया 
जय देव जय देव 
जय देव जय देव 
जय मंगल मूर्ति 
दर्शन मात्रे मनःकामना पूर्ति 
जय देव जय देव 
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लम्बोदर पीताम्बर 
फनिवर वंदना 
सरल सोंड 
वक्रतुंडा त्रिनयना 
दास रामाचा 
वाट पाहे सदना 
संकटी पावावे 
निर्वाणी रक्षावे 
सुरवर वंदना 
जय देव जय देव  
जय देव जय देव 
जय मंगल मूर्ति 
दर्शन मात्रे मनःकामना पूर्ति 
जय देव जय देव
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शेंदुर-लाल चढायो 
अच्छा गज मुख को 
दोन्दिल लाल बिराजे 
सूत गौरिहर को 
हाथ लिए गुड लड्डू 
साई सुरवर को 
महिमा कहे ना जाय 
लागत हू पद को 
जय देव जय देव 
जय जय जी गणराज 
विद्या सुखदाता 
धन्य तुम्हारो दर्शन 
मेरा मन रमता 
जय देव जय देव
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अष्ट सिधि दासी 
संकट को बैरी 
विघन विनाशन मंगल 
मूरत अधिकारी 
कोटि सूरज प्रकाश 
ऐसे छवि तेरी 
गंडस्थल मदमस्तक 
झूल शशि बहरी 
जय देव जय देव 
जय जय जी गणराज 
विद्या सुखदाता 
धन्य तुम्हारो दर्शन 
मेरा मन रमता 
जय देव जय देव 
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भाव भगत से कोई 
शरणागत आवे 
संतति संपत्ति सब ही 
भरपूर पावे 
ऐसे तुम महाराज 
मोको अति भावे 
गोसावी नंदन 
निशि दिन गुण गावे 
जय देव जय देव 
जय जय जी गणराज 
विद्या सुखदाता 
हो स्वामी सुख दाता 
धन्य तुम्हारो दर्शन 
मेरा मन रमता 
जय देव जय देव
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जय देव जय देव 
जय मंगल मूर्ति
दर्शन मात्रे मनःकामना पूर्ति 
जय देव जय देव
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सुख कर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची || सिद्धिविनायक जी की आरती || Shri Siddhivinayak Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

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Vakratuṇḍa mahākāya 
Sūryakoṭi samaprabh 
Nirvighnam kuru me dev 
Sarva kāryeṣhu sarvadā
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Aum gan gaṇapataye namo nama: 
Shrī sidhdhī-vināyak namo nama: 
Aṣhṭa-vināyak namo nama: 
Gaṇapatī bāppā maurya 
Mangal mūrti maurya 
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Sukh kartā dukhahartā 
Vārtā vighnāchī 
Nūrvī pūrvī prem kṛupā jayāchī 
Sarvāangī sundar 
Uṭī-sheandu rāchī 
Kanṭhī-jhalake māl 
Mukatā faḷāanchī 
Jaya dev jaya dev 
Jaya dev jaya dev 
Jaya mangal mūrti 
Darshan mātre manahkāmanā pūrti 
Jaya dev jaya dev 
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Ratna khachit farā 
Tuz gaurī kumarā 
Chandanāchī uṭī 
Kumakum kesharā 
Hīre jaḍit mukuṭ 
Shobhato barā 
Runzunatī nūpure 
Charanī ghāgariyā 
Jaya dev jaya dev 
Jaya dev jaya dev 
Jaya mangal mūrti 
Darshan mātre manahkāmanā pūrti 
Jaya dev jaya dev 
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Lambodar pītāmbar 
Fanivar vandanā 
Saral soanḍa 
Vakratuanḍā trinayanā 
Dās rāmāchā 
Vāṭ pāhe sadanā 
Sankaṭī pāvāve 
Nirvāṇī rakṣhāve 
Suravar vandanā 
Jaya dev jaya dev  
Jaya dev jaya dev 
Jaya mangal mūrti 
Darshan mātre manahkāmanā pūrti 
Jaya dev jaya deva
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Sheandura-lāl chaḍhāyo 
Achchhā gaj mukh ko 
Dondil lāl birāje 
Sūt gaurihar ko 
Hāth lie guḍ laḍḍū 
Sāī suravar ko 
Mahimā kahe nā jāya 
Lāgat hū pad ko 
Jaya dev jaya dev 
Jaya jaya jī gaṇarāj 
Vidyā sukhadātā 
Dhanya tumhāro darshan 
Merā man ramatā 
Jaya dev jaya deva
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Aṣhṭa sidhi dāsī 
Sankaṭ ko bairī 
Vighan vināshan mangal 
Mūrat adhikārī 
Koṭi sūraj prakāsh 
Aise chhavi terī 
Ganḍasthal madamastak 
Zūl shashi baharī 
Jaya dev jaya dev 
Jaya jaya jī gaṇarāj 
Vidyā sukhadātā 
Dhanya tumhāro darshan 
Merā man ramatā 
Jaya dev jaya dev 
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Bhāv bhagat se koī 
Sharaṇāgat āve 
Santati sanpatti sab hī 
Bharapūr pāve 
Aise tum mahārāj 
Moko ati bhāve 
Gosāvī nandan 
Nishi din guṇ gāve 
Jaya dev jaya dev 
Jaya jaya jī gaṇarāj 
Vidyā sukhadātā 
Ho swāmī sukh dātā 
Dhanya tumhāro darshan 
Merā man ramatā 
Jaya dev jaya deva
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Jaya dev jaya dev 
Jaya mangal mūrti
Darshan mātre manahkāmanā pūrti 
Jaya dev jaya deva
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बुधवार, 30 अक्तूबर 2024

जय गोरख देवा || गोरखनाथ जी की आरती || Baba Gorakhnath Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

जय गोरख देवा || गोरखनाथ जी की आरती || Baba Gorakhnath Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

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जय गोरख देवा 
जय गोरख देवा 
कर कृपा मम ऊपर 
नित्य करू सेवा 
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शीश जटा अति सुंदर 
भाल चन्द्र सोहे 
कानन कुंडल झलकत 
निरखत मन मोहे 
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गल सेली विच नाग सुशोभित 
तन भस्मी धारी 
आदि पुरुष योगीश्वर 
संतन हितकारी 
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नाथ निरंजन आप ही 
घट घट के वासी 
करत कृपा निज जन पर 
मेटत यम फांसी 
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रिद्धि सिद्धि चरणों में लोटत 
माया है दासी 
आप अलख अवधूता 
उतराखंड वासी 
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अगम अगोचर अकथ 
अरुपी सबसे हो न्यारे  
योगीजन के आप ही 
सदा हो रखवारे 
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ब्रह्मा विष्णु तुम्हारा 
निशदिन गुण गावे 
नारद शारद सुर मिल 
चरनन चित लावे 
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चारो युग में आप विराजत 
योगी तन धारी 
सतयुग द्वापर त्रेता 
कलयुग भय टारी 
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गुरु गोरख नाथ की आरती 
निशदिन जो गावे 
विनवित बाल त्रिलोकी 
मुक्ति फल पावे 
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जय गोरख देवा || गोरखनाथ जी की आरती || Baba Gorakhnath Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

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Jaya gorakh devā 
Jaya gorakh devā 
Kar kṛupā mam ūpar 
Nitya karū sevā 
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Shīsh jaṭā ati suandar 
Bhāl chandra sohe 
Kānan kuanḍal jhalakat 
Nirakhat man mohe 
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Gal selī vich nāg sushobhit 
Tan bhasmī dhārī 
Ādi puruṣh yogīshvar 
Santan hitakārī 
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Nāth niranjan āp hī 
Ghaṭ ghaṭ ke vāsī 
Karat kṛupā nij jan par 
Meṭat yam fāansī 
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Riddhi siddhi charaṇoan mean loṭat 
Māyā hai dāsī 
Āp alakh avadhūtā 
Utarākhanḍa vāsī 
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Agam agochar akath 
Arupī sabase ho nyāre  
Yogījan ke āp hī 
Sadā ho rakhavāre 
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Brahmā viṣhṇu tumhārā 
Nishadin guṇ gāve 
Nārad shārad sur mil 
Charanan chit lāve 
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Chāro yug mean āp virājat 
Yogī tan dhārī 
Satayug dvāpar tretā 
Kalayug bhaya ṭārī 
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Guru gorakh nāth kī āratī 
Nishadin jo gāve 
Vinavit bāl trilokī 
Mukti fal pāve 
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