रविवार, 20 अगस्त 2023

श्री ग्‍वेल अष्‍टक \\ Shri Gwel Ashtak Lyrics in Hindi \\ जन्‍म समय मॉं की सौतन ने \\ Janm Samay Maa ki Sautan ne

जन्‍म समय मॉं की सौतन ने | Janm Samay Maa ki Sautan ne | Shri Golu Ashtak | श्री ग्‍वेल अष्‍टक | Shri Gwail Ashtak Lyrics in Hindi 


जन्‍म समय मॉं की सौतन ने 

हे ग्‍वेल दियो तुमको दुख भारी 

*****

काली के पास में प्रस्‍तर डारिके

डारो तुम्‍हें जहॉं थी बहु झारी 

*****

बाल न बॉंका हुआ गोरिया तेरो

पा करके यह वेदना सारी 

*****

मौसानी क्‍या कर लेती उसे

जाके नाम से संकट जात है टारी 

नाम से संकट जात हैं टारी 

*****

मौसेरी मॉंओं ने जीवित जानके

मारन की तोहि बात बिचारी 

*****

रात समय उस बालक को

धरी आए नदी मह वे अत्‍याचारी 

*****

होके प्रसन्‍न नदी जल में

उस बालक ने वह रात गुजारी 

*****

मौसानी क्‍या कर लेती उसे

जाके नाम से संकट जात है टारी 

नाम से संकट जात हैं टारी 

*****

स्‍वप्‍न दियो भाना धेवर को 

समझाई कथा उसको यह सारी 

*****

स्‍वप्‍न के बीच लखी उसने 

वह देव स्‍वरूप महाछवि न्‍यारी 

*****

टूटत स्‍वप्‍न विचारिकैं बात कैं

शोक भयो मन में अति भारी 

*****

मौसानी क्‍या कर लेती उसे

जाके नाम से संकट जात है टारी 

नाम से संकट जात हैं टारी 

*****

प्रात समय उस धेवर ने 

मन में जब स्‍वप्‍न की बात बिचारी 

*****

दौडि़ पड्यो नदिया की दिशा वह 

तन मन की सुधि सारी बिसारी 

*****

कूदि गयो मझधार में धेवर 

देखने को वह रूप सुखारी 

*****

मौसानी क्‍या कर लेती उसे

जाके नाम से संकट जात है टारी 

नाम से संकट जात हैं टारी 

*****

ज्‍योति स्‍वरूप महाछविके 

जल के तल में वह रूप निहारी 

*****

आनन्‍द मग्‍न भयो तब धेवर 

मनहु मिली सुख सम्‍पति भारी 

*****

गोरा था गोरिया नाम धरो 

घर ले गयो विश्‍व की सम्‍पति सारी 

*****

मौसानी क्‍या कर लेती उसे

जाके नाम से संकट जात है टारी 

नाम से संकट जात हैं टारी 

*****

बाल समय प्‍यारे गोरिया की

तब फैल गई कल कीरति सारी 

*****

झालु के नैन गए ललचाइ

कि आवौं मैं देखिये मूरत न्‍यारी 

*****

बात सुनी जब धेवर की

कहो कैसे बच्‍यो यह नीर मझारी 

*****

मौसानी क्‍या कर लेती उसे

जाके नाम से संकट जात है टारी 

नाम से संकट जात हैं टारी 

*****

बालक ग्‍वेल ने बालक काल की 

भूपति से कहदी कथा सारी 

*****

नैनन नीर बह्यो नृप को

वह भूल गयो तन की सुधि सारी 

*****

मात की सौतों ने मारन की तोहि

बात किया में थी पूरी बिचारी 

*****

मौसानी क्‍या कर लेती उसे

जाके नाम से संकट जात है टारी 

नाम से संकट जात हैं टारी 

*****

राजा कह्यो उठ लाल मेरे 

तुम्‍हें देख रही चम्‍पावत सारी 

*****

पापी को दण्‍ड दो न्‍यायी को न्‍याय दो 

काली के सारे हरो दुख भारी 

*****

दूध का दूध करो जल का जल

न्‍याय में कीरति फैले तुम्‍हारी 

*****

मौसानी क्‍या कर लेती उसे

जाके नाम से संकट जात है टारी 

नाम से संकट जात हैं टारी 

*****

गौर वर्ण हे ग्‍वेल जी बिनती बारम्‍बार 

कलिका भार उतारने लियो देव अवतार

  

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