सोमवार, 28 अक्तूबर 2024

ॐ जय एकादशी जय एकादशी || एकादशी जी की आरती || Ekadashi Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

ॐ जय एकादशी जय एकादशी || एकादशी जी की आरती || Ekadashi Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

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एकादशी का व्रत : एक परिचय 

एकादशी व्रत हिन्‍दू धर्म का एक विशेष व्रत माना गया है। यह व्रत प्रत्येक मास की शुक्ल और कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को रखा जाता है। संस्‍कृत में 'एकादश' शब्द का अर्थ ग्‍यारह होता है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इसे धार्मिक, मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, एकादशी का व्रत रखने से भक्तों को सुख एवं समृद्धि के साथ साथ मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। मान्यता है कि एकादशी के दिन उपवास करने से व्यक्ति के पापों का क्षय होता है जिससे उसका आत्‍मबल जाग्रत होता है। स्कंद पुराण में वर्णित एक कथा के अनुसार, एक बार भगवान विष्णु ने एक राक्षसी 'मुर' का वध करने के लिए एकादशी के दिन उपवास किया था। इस घटना से एकादशी का महत्व और भी बढ़ गया।

इसके अलावा, एकादशी व्रत का पालन करने से भक्तों को ध्यान और साधना में वृद्धि होती है। इस दिन व्रत करने वाला केवल जल का सेवन करे या फल-फूल खाकर दिन व्‍यतीत करे। एकादशी का व्रत न केवल आध्यात्मिक बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। यह व्रत मानसिक स्थिरता और आत्मसंयम का अभ्यास करने का एक अवसर है।
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ॐ जय एकादशी जय एकादशी 
जय एकादशी माता 
विष्णु पूजा व्रत को धारण कर 
शक्ति मुक्ति पाता
ॐ जय एकादशी माता
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तेरे नाम गिनाऊं देवी 
भक्ति प्रदान करनी 
गण गौरव की देनी माता 
शास्त्रों में वरनी
ॐ जय एकादशी माता
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मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना 
विश्वतारनी जन्मी 
शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा 
मुक्तिदाता बन आई
ॐ जय एकादशी माता
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पौष के कृष्णपक्ष की 
सफला नामक है 
शुक्लपक्ष में होय पुत्रदा 
आनन्द अधिक रहै
ॐ जय एकादशी माता
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नाम षटतिला माघ मास में 
कृष्णपक्ष आवै 
शुक्लपक्ष में जया कहावै 
विजय सदा पावै
ॐ जय एकादशी माता
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विजया फागुन कृष्णपक्ष में 
शुक्ला आमलकी 
पापमोचनी कृष्ण पक्ष में 
चैत्र महाबलि की
ॐ जय एकादशी माता
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चैत्र शुक्ल में नाम कामदा 
धन देने वाली 
नाम बरुथिनी कृष्णपक्ष में 
वैसाख माह वाली
ॐ जय एकादशी माता
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शुक्ल पक्ष में होय मोहिनी 
अपरा ज्येष्ठ कृष्णपक्षी 
नाम निर्जला सब सुख करनी 
शुक्लपक्ष रखी
ॐ जय एकादशी माता
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योगिनी नाम आषाढ में जानों 
कृष्णपक्ष करनी 
देवशयनी नाम कहायो 
शुक्लपक्ष धरनी
ॐ जय एकादशी माता
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कामिका श्रावण मास में आवै 
कृष्णपक्ष कहिए 
श्रावण शुक्ला होय पवित्रा 
आनन्द से रहिए
ॐ जय एकादशी माता
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अजा भाद्रपद कृष्णपक्ष की 
परिवर्तिनी शुक्ला 
इन्द्रा आश्चिन कृष्णपक्ष में 
व्रत से भवसागर निकला
ॐ जय एकादशी माता
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पापांकुशा है शुक्ल पक्ष में 
आप हरनहारी 
रमा मास कार्तिक में आवै 
सुखदायक भारी
ॐ जय एकादशी माता
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देवोत्थानी शुक्लपक्ष की 
दुखनाशक मैया 
पावन मास में करूं विनती 
पार करो नैया
ॐ जय एकादशी माता
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परमा कृष्णपक्ष में होती 
जन मंगल करनी 
शुक्ल मास में होय पद्मिनी 
दुख दारिद्र हरनी
ॐ जय एकादशी माता
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जो कोई आरती एकादशी की 
भक्ति सहित गावै
जन गुरदिता स्वर्ग का वासा 
निश्चय वह पावै
ॐ जय एकादशी माता
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ॐ जय एकादशी जय एकादशी || एकादशी जी की आरती || Ekadashi Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi & English

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Aum jaya ekādashī jaya ekādashī 
Jaya ekādashī mātā 
Viṣhṇu pūjā vrat ko dhāraṇ kar 
Shakti mukti pātā
Aum jaya ekādashī mātā
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Tere nām gināūan devī 
Bhakti pradān karanī 
Gaṇ gaurav kī denī mātā 
Shāstroan mean varanī
Aum jaya ekādashī mātā
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Mārgashīrṣha ke kṛuṣhṇapakṣha kī utpannā 
Vishvatāranī janmī 
Shukla pakṣha mean huī mokṣhadā 
Muktidātā ban āī
Aum jaya ekādashī mātā
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Pauṣh ke kṛuṣhṇapakṣha kī 
Safalā nāmak hai 
Shuklapakṣha mean hoya putradā 
Ānanda adhik rahai
Aum jaya ekādashī mātā
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Nām ṣhaṭatilā māgh mās mean 
Kṛuṣhṇapakṣha āvai 
Shuklapakṣha mean jayā kahāvai 
Vijaya sadā pāvai
Aum jaya ekādashī mātā
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Vijayā fāgun kṛuṣhṇapakṣha mean 
Shuklā āmalakī 
Pāpamochanī kṛuṣhṇa pakṣha mean 
Chaitra mahābali kī
Aum jaya ekādashī mātā
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Chaitra shukla mean nām kāmadā 
Dhan dene vālī 
Nām baruthinī kṛuṣhṇapakṣha mean 
Vaisākh māh vālī
Aum jaya ekādashī mātā
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Shukla pakṣha mean hoya mohinī 
Aparā jyeṣhṭha kṛuṣhṇapakṣhī 
Nām nirjalā sab sukh karanī 
Shuklapakṣha rakhī
Aum jaya ekādashī mātā
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Yoginī nām āṣhāḍh mean jānoan 
Kṛuṣhṇapakṣha karanī 
Devashayanī nām kahāyo 
Shuklapakṣha dharanī
Aum jaya ekādashī mātā
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Kāmikā shrāvaṇ mās mean āvai 
Kṛuṣhṇapakṣha kahie 
Shrāvaṇ shuklā hoya pavitrā 
Ānanda se rahie
Aum jaya ekādashī mātā
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Ajā bhādrapad kṛuṣhṇapakṣha kī 
Parivartinī shuklā 
Indrā āshchin kṛuṣhṇapakṣha mean 
Vrat se bhavasāgar nikalā
Aum jaya ekādashī mātā
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Pāpāankushā hai shukla pakṣha mean 
Āp haranahārī 
Ramā mās kārtik mean āvai 
Sukhadāyak bhārī
Aum jaya ekādashī mātā
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Devotthānī shuklapakṣha kī 
Dukhanāshak maiyā 
Pāvan mās mean karūan vinatī 
Pār karo naiyā
Aum jaya ekādashī mātā
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Paramā kṛuṣhṇapakṣha mean hotī 
Jan mangal karanī 
Shukla mās mean hoya padminī 
Dukh dāridra haranī
Aum jaya ekādashī mātā
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Jo koī āratī ekādashī kī 
Bhakti sahit gāvai
Jan guraditā svarga kā vāsā 
Nishchaya vah pāvai
Aum jaya ekādashī mātā
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