रविवार, 20 अक्तूबर 2024

ॐ जय चित्रगुप्त हरे स्वामीजय चित्रगुप्त हरे || भगवान चित्रगुप्‍त की आरती लिरिक्‍स || Bhagwan Chitragupta Ki Aarti Lyrics in Hindi and English

ॐ जय चित्रगुप्त हरे स्वामीजय चित्रगुप्त हरे || भगवान चित्रगुप्‍त की आरती लिरिक्‍स || Bhagwan Chitragupta Ki Aarti Lyrics in Hindi and English

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ॐ जय चित्रगुप्त हरे 
स्वामीजय चित्रगुप्त हरे 
भक्तजनों के इच्छित 
फलको पूर्ण करे
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विघ्न विनाशक मंगलकर्ता 
सन्तनसुखदायी  
भक्तों के प्रतिपालक 
त्रिभुवनयश छायी 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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रूप चतुर्भुज श्यामल 
मूरत पीताम्बरराजै  
मातु इरावती दक्षिणा 
वामअंग साजै 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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कष्ट निवारक दुष्ट संहारक 
प्रभुअंतर्यामी  
सृष्टि सम्हारन जन दु:ख हारन 
प्रकटभये स्वामी 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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कलम दवात शंख पत्रिका 
करमें अति सोहै 
वैजयन्ती वनमाला 
त्रिभुवनमन मोहै 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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विश्व न्याय का कार्य सम्भाला 
ब्रम्हा हर्षाये  
कोटि कोटि देवता 
तुम्हारे चरणन में धाये 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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नृप सुदास अरु भीष्म पितामह 
याद तुम्हें कीन्हा  
वेग विलम्ब न कीन्हौं 
इच्छित फल दीन्हा 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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दारा सुत भगिनी सब
अपने स्वास्थ के कर्ता  
जाऊँ कहाँ शरण में किसकी
तुम तज मैं भर्ता 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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बन्धु पिता तुम स्वामी 
शरण गहूँ किसकी  
तुम बिन और न दूजा 
आस करूँ जिसकी 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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जो जन चित्रगुप्त जी की आरती 
प्रेम सहित गावैं  
चौरासी से निश्चित छूटैं 
इच्छित फल पावैं 
ॐ जय चित्रगुप्त हरे
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न्यायाधीश बैंकुंठ निवासी 
पापपुण्य लिखते 
'नानक' शरण तिहारे 
आसन दूजी करते
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ॐ जय चित्रगुप्त हरे 
स्वामीजय चित्रगुप्त हरे  
भक्तजनों के इच्छित 
फलको पूर्ण करे
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ॐ जय चित्रगुप्त हरे स्वामीजय चित्रगुप्त हरे || भगवान चित्रगुप्‍त की आरती लिरिक्‍स || Bhagwan Chitragupta Ki Aarti Lyrics in Hindi and English

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Aum jaya chitragupta hare 
Svāmījaya chitragupta hare 
Bhaktajanoan ke ichchhit 
Falako pūrṇa kare
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Vighna vināshak mangalakartā 
Santanasukhadāyī  
Bhaktoan ke pratipālak 
Tribhuvanayash chhāyī 
Aum jaya chitragupta hare
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Rūp chaturbhuj shyāmal 
Mūrat pītāmbararājai  
Mātu irāvatī dakṣhiṇā 
Vāmaaanga sājai 
Aum jaya chitragupta hare
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Kaṣhṭa nivārak duṣhṭa sanhārak 
Prabhuaantaryāmī  
Sṛuṣhṭi samhāran jan du:kha hāran 
Prakaṭabhaye swāmī 
Aum jaya chitragupta hare
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Kalam davāt shankha patrikā 
Karamean ati sohai 
Vaijayantī vanamālā 
Tribhuvanaman mohai 
Aum jaya chitragupta hare
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Vishva nyāya kā kārya sambhālā 
Bramhā harṣhāye  
Koṭi koṭi devatā 
Tumhāre charaṇan mean dhāye 
Aum jaya chitragupta hare
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Nṛup sudās arū bhīṣhma pitāmah 
Yād tumhean kīnhā  
Veg vilamba n kīnhauan 
Ichchhit fal dīnhā 
Aum jaya chitragupta hare
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Dārā sut bhaginī saba
Apane swāstha ke kartā  
Jāū kahā sharaṇ mean kisakī
Tum taj maian bhartā 
Aum jaya chitragupta hare
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Bandhu pitā tum swāmī 
Sharaṇ gahū kisakī  
Tum bin aur n dūjā 
Ās karū jisakī 
Aum jaya chitragupta hare
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Jo jan chitragupta jī kī āratī 
Prem sahit gāvaian  
Chaurāsī se nishchit chhūṭaian 
Ichchhit fal pāvaian 
Aum jaya chitragupta hare
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Nyāyādhīsh baiankuanṭha nivāsī 
Pāpapuṇya likhate 
'nānaka' sharaṇ tihāre 
Āsan dūjī karate
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Aum jaya chitragupta hare 
Svāmījaya chitragupta hare  
Bhaktajanoan ke ichchhit 
Falako pūrṇa kare
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