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जय कालिंदी हरिप्रिया जय | श्रीयमुना जी की स्तुति |Shri Yamuna Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi and English
** जय कालिंदी हरिप्रिया जय। जय रबि-तनया तपोमयी जय ॥ ** जय श्यामा अति अभिरामा जय। जय सुखदा श्रीहरि रामा जय ॥ ** जय ब्रज-मण्डल-वासिनि जय जय । जय द्वारकानिवासिनि जय जय ॥ ** जय कलि-कलुष-नसावनि जय जय । जय यमुने जय पावनि, जय जय ॥ ** जय निर्वाण-प्रदायिनि जय जय । जय हरि-प्रेम-दायिनी जय जय ॥ *****
जय कालिंदी हरिप्रिया जय | श्रीयमुना जी की स्तुति |Shri Yamuna Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi and English
जय जय श्रीबदरीनाथ जयति योग-ध्यानी | श्रीबदरीनाथ जी की आरती | Shri Badrinath Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi and English
** जय जय श्रीबदरीनाथ जयति योग-ध्यानी ** निर्गुण सगुण स्वरूप मेघवर्ण अति अनूप सेवत चरण सुरभूप ज्ञानी विज्ञानी ** जय जय श्रीबदरीनाथ जयति योग-ध्यानी ** झलकत है शीश छत्र छबि अनूप अति विचित्र बरनत पावन चरित्र सकुचत बखानी ** जय जय श्रीबदरीनाथ जयति योग-ध्यानी ** तिलक भाल अति विशाल गलमें मणि-मुक्त-माल प्रनतपाल अति दयाल सेवक सुखदानी ** जय जय श्रीबदरीनाथ जयति योग-ध्यानी ** कानन कुंडल ललाम मूरति सुखमाकी धाम सुमिरत हों सिद्धि काम कहत गुण बखानी ** जय जय श्रीबदरीनाथ जयति योग-ध्यानी ** गावत गुण शंभु-शेष इन्द्र-चन्द्र अरु दिनेश विनवत श्यामा हमेश जोरि जुगल पानी ** जय जय श्रीबदरीनाथ जयति योग-ध्यानी *****
जय जय श्रीबदरीनाथ जयति योग-ध्यानी | श्रीबदरीनाथ जी की आरती | Shri Badrinath Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi and English
पवन मंद सुगंध शीतल हेममन्दिर शोभितम् | श्रीबदरीनाथ-स्तुति | Shri Badrinath Stuti Lyrics in Hindi and English
** पवन मंद सुगंध शीतल हेममन्दिर शोभितम् निकट गङ्गा बहत निर्मल श्रीबद्रीनाथ विश्वम्भरम् ** शेष सुमिरन करत निशिदिन ध्यान धरत महेश्वरम् श्री वेद ब्रह्मा करत स्तुति श्रीबद्रीनाथ विश्वम्भरम् ** इन्द्र चन्द्र कुबेर दिनकर धूप दीप निवेदितम् सिद्ध मुनिजन करत जय जय श्रीबद्रीनाथ विश्वम्भरम् ** शक्ति गौरि गणेश शारद नारद मुनि उच्चारणम् योग ध्यान अपार लीला श्रीबद्रीनाथ विश्वम्भरम् ** यक्ष किन्नर करत कौतुक गान गन्धर्व प्रकाशितम् श्रीभूमि लक्ष्मी चॅवर डोलैं श्रीबद्रीनाथ विश्वम्भरम् ** कैलासमें एक देव निरंजन शैल-शिखर महेश्वरम् राजा युधिष्ठिर करत स्तुति श्रीबद्रीनाथविश्वम्भरम् ** श्रीबदरीनाथ (जी) की परम स्तुति यह पढ़त पाप विनाशनम् कोटि-तीर्थ सुपुण्य सुन्दर सहज अति फलदायकम् *****
पवन मंद सुगंध शीतल हेममन्दिर शोभितम् | श्रीबदरीनाथ-स्तुति | Shri Badrinath Stuti Lyrics in Hindi and English